मुख्य पटल शिक्षक समूह डॉ. तबीना अंजुम

डॉ. तबीना अंजुम

एडजंक्ट प्रोफेसर

डॉ. तबीना अंजुम वरिष्ठ पत्रकार, मीडिया-शिक्षक और अंतरराष्ट्रीय स्तर की ‘विजुअल स्टोरीटैलर’हैं। वे पिछले एक दशक से ज्यादा समय से अख़बारों और मल्टीमीडिया पत्रकारिता से जुड़ी हैं। वे राजनीति, जेंडर, मानवाधिकार, प्रवासी श्रमिकों के अधिकार, हाशिये के समुदायों के मुद्दों पर सक्रिय तौर पर रिपोर्टिंग करती रही हैं। वे राजस्थान के अलावा अन्य हिन्दी भाषी राज्यों के सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर लिखती रही हैं।

इस वक्त वे प्रसिद्ध अंग्रेजी पत्रिका ‘आउटलुक’ के लिए राजस्थान से रिपोर्ट करती हैं। इससे पहले डॉ. अंजुम‘डेकन हेराल्ड’ की राजस्थान ब्यूरो प्रमुख थीं। वे अब भी समय-समय पर इस अख़बार के लिए विशेष लेख लिखती हैं।

इनके लिखे रिपोर्ताज और फ़ीचर ‘द कारवाँ’, ‘आर्टिकल 14’, ‘गाँव कनेक्शन’, ‘द क्विंट’, ‘न्यूज 18’, ‘बीबीसी’, ‘डीएनए’, ‘राजस्थान पत्रिका’, ‘द टेलीग्राफ़’ जैसे देश के मशहूर मीडिया संस्थानों में नियमित तौर पर छपते रहे हैं।

उनकी रिपोर्ट की ख़ास बात है कि वे शोध पर ख़ास ज़ोर देती हैं। इसके अलाव सिर्फ शब्दों के ज़रिये अपनी बात नहीं कहतीं। रिपोर्ट के साथ फ़ोटो और वीडियो उनकी ख़ास पहचान है।

ग्राउंड रिपोर्टिंग के अलावा शोध के कारण पत्रकारिता उनके लिए अधिक रोमांचक व्यवसाय है। डॉ अंजुम ने राजस्थान विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में मास्टर डिग्री की और 2016 में पीएचडी पूरी की। वह 2016 में यूनिसेफ मीडिया फेलोशिप प्राप्त कर चुकी हैं और उन्होनें राजस्थान के आदिवासी क्षेत्रों में शोध किया है। उन्होंने 'सोशल मीडिया एंड सोशल एक्टिविज्म' नामक पुस्तक भी लिखी है।

मीडिया का अध्ययन और अध्यापन उन्हें बहुत पसंद है। इस वक़्त वे एफ़टीआईआई, पुणे, आईआईएमएसी, दिल्ली और ढेनकेनाल, राजस्थान विश्वविद्यालय के कॉलेजों में अतिथि शिक्षक के तौर पर जुड़ी हैं।

वे केन्द्रीय विश्वविद्यालय, राजस्थान और यूपीईएस यूनिवर्सिटी, देहरादून में बोर्ड ऑफ स्टडीज की सदस्य हैं। इसके अलावा डॉ अंजुम माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल की शोध पत्रिका से जुड़ी हैं। वे एमिटी विश्वविद्यालय, जयपुर में पीएच-डी की सह-निर्देशक भी हैं ।

एक समर्पित फोटोग्राफर डॉ अंजुम ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रदत्त फोटोग्राफी में राष्ट्रीय पुरस्कार (2015) प्राप्त किया है।फोटोग्राफी में उत्कृष्टता के लिए महाराजा सवाई राम सिंह द्वितीय पुरस्कार (2017) उन्हें प्रदान किया गया और उनकी फोटोग्राफिक कलाकृतियों को भारत, नेपाल और दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शित किया गया है।

about image